प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप दौरे का मालदीव पर असर –

प्रधानमंत्री  मोदी जी द्वारा हाल ही में अपने “X” अकाउंट में कुछ तस्वीरें डाली गयी जिसमे प्रधानमंत्री  मोदी जी लक्षद्वीप में आराम करते नज़र आये और वे लक्षद्वीप के लोगों से भी मिले जिसके बाद उन्होंने सभी को ये कहा की लक्षद्वीप के लोगों से मिलके उन्हें बहुत अच्छा लगा और सभी लोगों द्वारा उनका तह-ए – दिल से स्वागत किया उसके लिए वे शुक्रगुज़ार है। उन्होंने लक्षद्वीप के कई टापुओं के बारे में भी बोला जो कि अगाती, बंगाराम, कावारत्ती हैं  उन्होंने इन जगहों की खूबसूरती की भी खूब तारीफ़ करी। 

भारतीय लोगों की प्रतिक्रिया  –

भारत के सभी लोगों ने इसे एक बहुत अच्छी पहल बताया क्योंकि  इससे लक्षद्वीप के पर्यटन को बहुत प्रोत्साहन मिलेगा और हाल ही में चल रहे भारत-मालदीव संबंधों के बीच बढ़ रहे तनाव के चलते इस बात को सभी लोग प्रधानमंत्री मोदी जी के जवाब की तरह ले रहे हैं। सभी ये कह रहे है कि मोदी जी ने इस तरह की तस्वीर के माध्यम से मालदीव को एक जवाब दिया है कि भारत किसी भी चीज़ में किसी से पीछे नहीं है ,भारत के पास विविधताओं की कोई कमी नहीं है। लक्षद्वीप में प्रधानमंत्री ने कई प्रकार की वाटर एक्टिविटीज में भाग लिया जैसे कि स्कूबा डाइविंग, जेट स्कीइंग , बोटिंग और अन्य , इन सभी बातों का असर भारतीय जनता पर काफी हुआ है। 
  • ट्रेवल कंपनी “मेक माय ट्रिप ” के फाउंडर द्वारा बयान में कहा गया है की वे प्रधानमंत्री मोदी जी पर की आयी टिप्पणी के कारण मालदीव में होने वाली सारी बुकिंग्स को कैंसिल करने जा रहे है। 
  • इसी के परिणाम स्वरुप पिछले कुछ ही दिनों में 4500 होटलों की और 2500 फ्लाइटों की बुकिंग जो की मालदीव के लिए की गयी थी  कैंसिल की गयी है जिसकी वजह से अनुमान है कि मालदीव की G.D .P  को 5 % का नुक्सान अभी तक हो चूका है। 
  • हालांकि मालदीव सरकार ने अपने नेता के बयान से किनारा करते हुए कहा कि ये उनकी  व्यक्तिगत राय है और इससे सरकार का कोई वास्ता नहीं है और उस नेता को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया गया है परन्तु मालदीव की नयी सरकार की मंशा पर भारत के लोगों को शुरू से ही संदेह रहा है। 
  • विदेश मंत्रालय द्वारा भी मालदीव के प्रतिनिधियों को बुला कर स्पष्टीकरण माँगा जिसके बाद भी कुछ माहौल ठीक होते नज़र नहीं आया।  

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